उत्तर प्रदेश के ज्यादातर नागरिक किसान हैं, तथा यह अपनी जीविका के लिए कृषि कार्यों पर निर्भर हैं। इस राज्य में धान, गेहूं, सरसो और दलहन फसलों के साथ-साथ गन्ने की खेती बहुतयात होती है। गन्ना एक प्रकार की वाणिज्यिक खेती है, तथा इससे प्रदेश के किसानों को काफी लाभ पहुंचता है, किसान भाई गन्ने की खेती करके और उसकी बिक्री करके काफी मुनाफा प्राप्त करते हैं।
इसके अलावा यूपी में श्रमिकों की संख्या भी ज्यादा है, इनके लिए भी राज्य सरकार श्रम संबंधित सभी सेवाएँ जैसे UPBOCW, UPLMIS जैसे पोर्टल शुरू कर चुकी है। अब गन्ना किसानों की सहायता करने और गन्ने की बिक्री गतिविधि को आसान बनाने के लिए, यूपी सरकार ने एक पोर्टल – Caneup.in की शुरुआत की है, तथा गन्ना उत्पादन को लेकर गन्ना पर्ची कैलेंडर बनाया है। ऐसे में आज आप इस लेख के माध्यम से यूपी गन्ना पर्ची कैलेंडर 2023 और इस पोर्टल से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
Cane UP पोर्टल / योजना का संक्षिप्त विवरण
पोर्टल का नाम | उत्तर प्रदेश गन्ना पोर्टल |
शुरू किया गया | उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा |
उद्देश्य | गन्ने बिक्री से संबंधित जानकारी प्रदान करना |
लाभार्थी | उत्तर प्रदेश के सभी गन्ना किसान |
श्रेणी | सरकारी योजना |
आधिकारिक वेबसाइट | विभागीय वेबसाइट – https://upcane.gov.in/, गन्ना पर्ची की इंक्वायरी के लिए पोर्टल – https://enquiry.caneup.in/ |
Cane UP पोर्टल का उद्देश्य क्या है?
Caneup.in उत्तर प्रदेश राज्य सरकार द्वारा शुरू किया गया एक ऑनलाइन योजना पोर्टल है। यह पोर्टल राज्य के गन्ना किसानों की मदद के लिए शुरू किया गया है। cane up.in पोर्टल का मुख्य उद्देश्य गन्ना किसानों को गन्ना की खरीद-फरोख्त और मूल्य संबंधित प्रत्येक विवरण ऑनलाइन प्रदान करके उनकी मदद करना है।
यह पोर्टल शुरू होने से पहले गन्ना किसानों को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। उन्हें गन्ना मूल्य के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं थी और उन्हें अपनी फसल को औने पौने दाम में बेचना पड़ता था, तथा इस वजह से उन्हें समय पर अपनी फसल का सही मूल्य भी नहीं मिल पाता था। अब किसान आसानी से गन्ना फसलों जैसे गन्ना पर्ची, गन्ना भाव, गन्ना आपूर्ति टिकट, गन्ना कैलेंडर इत्यादि के बारे में आधिकारिक पोर्टल – https://caneup.in/ के माध्यम से ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं।
गन्ना पर्ची कैलेंडर पोर्टल के लाभ क्या हैं?
- इस पोर्टल की मदद से किसान गन्ना पर्ची कैलेंडर ऑनलाइन चेक कर सकेंगे।
- इस पोर्टल को विशेष रूप से किसानों को गन्ने के संबंध में आवश्यक सभी जानकारी प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- उत्तर प्रदेश सरकार का लक्ष्य इस पोर्टल की मदद से 50 लाख गन्ना किसानों को लाभ पहुंचाना है।
- इस पोर्टल पर गन्ने से संबंधित सभी जानकारी जैसे गन्ना पर्ची, Cane enquiry, सट्टा कैलेंडर, गन्ना पूर्व-कैलेंडर और पिछले साल के गन्ना तौल और UP Cane payment जैसी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
- इस पोर्टल की तर्ज पर अब उत्तर प्रदेश की करीब 113 चीनी मिलों ने भी अपना आधिकारिक पोर्टल लॉन्च कर दिया है।
यूपी गन्ना पर्ची कैलेंडर 2022-23 ऑनलाइन कैसे देखें?
यूपी गन्ना पर्ची कैलेंडर 2022-23 ऑनलाइन देखने की प्रक्रिया काफी सरल है, जो निम्नलिखित है-
- गन्ना पर्ची कैलेंडर देखने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट – https://enquiry.caneup.in/ पर विजिट करें।
- यहां होमपेज पर आपके सामने एक बॉक्स दिखेगा जिसमें कैप्चा भरकर “View” बटन पर क्लिक कर दें।
- अब नए पेज पर आपको मांगी गई कुछ आवश्यक जानकारी दर्ज करनी होगी, जो नीचे चित्र में दर्शायी गई है।

- जिला,फैक्ट्री, गांव आदि डालने के बाद select grower के विकल्प से अपना चुने।
- इसके बाद आपके सामने चार विकल्प होंगे जिसमे से आपको गन्ना कैलेंडर के विकल्प का चुनाव करना है। जिसके बाद गन्ना पर्ची कैलेंडर आपके सामने खुल जाएगा।

इसके अलावा यहां आप चाहें तो “सर्वे डेटा, प्री कैलेंडर, अतिरिक्त सट्टा कैलेंडर, सप्लाई टिकट, गन्ना तौल, गत वर्ष गन्ना तौल, एस एम एस लॉग” देख सकते हैं।
eGANNA App क्या है?
eGANNA App यूपी केन पोर्टल का एप्लिकेशन है, जिसकी मदद से किसान भाई गन्ना संबंधित सभी जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। up cane पोर्टल के एप को प्लेस्टोर से आसानी से डाउनलोड किया का सकता है। इस ऐप के माध्यम से गन्ना किसान वे सभी काम कर सकते हैं, जो वह https://caneup.in/ पोर्टल पर करते हैं।

यूपी के चीनी मिलों और उनके आधिकारिक पोर्टल का विवरण
जनपद का नाम | चीनी मिल का नाम | वेबसाईट |
सहारनपुर | देवबन्द | www.kisaan.net |
सरसावा (सहकारी) | www.upsugarfed.org | |
ननौता (सहकारी) | www.upsugarfed.org | |
गागनौली | www.bhlcane.com | |
शेरमऊ | www.kisaan.net | |
मुजफ्फरनगर | मन्सूरपुर | www.krishakmitra.com |
खतौली | www.kisaan.net | |
रोहाना | www.kisaan.net | |
मोरना (सहकारी) | www.upsugarfed.org | |
तितावी | www.kisaan.net | |
टिकौला | www.kisaan.net | |
बुढाना | www.bhlcane.com | |
खाईखेडी | www.kisaan.net | |
शामली | ऊन | www.kisaan.net |
थानाभवन | www.bhlcane.com | |
शामली | www.kisaan.net | |
मेरठ | सकौती | www.kisaan.net |
दौराला | www.kisaan.net | |
मवाना | www.kisaan.net | |
किनौनी | www.bhlcane.com | |
नगलामल | www.kisaan.net | |
बागपत | रमाला (सहकारी) | www.upsugarfed.org |
मलकपुर | www.kisaan.net | |
गाज़ियाबाद | मोदीनगर | www.kisaan.net |
हापुड़ | सिम्भावली | www.kisaan.net |
ब्रजनाथपुर | www.kisaan.net | |
बुलन्दशहर | अनूपशहर (सहकारी) | www.upsugarfed.org |
अगौता | www.kisaan.net | |
साबितगढ | www.kisaan.net | |
बिजनौर | धामपुर | www.krishakmitra.com |
स्योहारा | www.kisaan.net | |
बिजनौर | www.wavesuger.com | |
चान्दपुर | www.pbsfoods.in | |
स्नेहरोड (सहकारी) | www.upsugarfed.org | |
बहादुरपुर | www.kisaansoochna.dwarikesh.com | |
बरकतपुर | www.kisaan.net | |
बुन्दकी | www.kisaansoochna.dwarikesh.com | |
बिलाई | www.bhlcane.com | |
अमरोहा | चंदनपुर | www.kisaan.net |
धनुरा | www.wavecane.in | |
गजरौला (सहकारी) | www.upsugarfed.org | |
मुरादाबाद | रानीनागल | www.kisaan.net |
बिलारी | www.shreeajudhiasugar.com/ | |
अगवानपुर | www.dewansugarsindia.com | |
बेलवाडा | www.kisaan.net | |
संभल | असमौली | www.krishakmitra.com |
रजपुरा | www.krishakmitra.com | |
रामपुर | बिलासपुर | www.upsugarfed.org |
मि.नरायनपुर | www.kisaan.net | |
करीमगंज | www.kisaan.net | |
पीलीभीत | पीलीभीत | www.lhsugar.in |
बीसलपुर (सहकारी) | www.upsugarfed.org | |
पूरनपुर (सहकारी) | www.upsugarfed.org | |
बरखेडा | www.bhlcane.com |
हेल्पलाइन नंबर
अगर आपको अपने गन्ना विक्रय संबंधित या इस पोर्टल से संबंधित किसी भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो आप टोल फ्री नंबर 1800-121-3203 पर कॉल करके अपनी समस्या का समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न
गन्ना पर्ची कैलेंडर देखने के लिए आप – https://enquiry.caneup.in/ पोर्टल पर विजिट कर सकते हैं, तथा पूरी प्रक्रिया देखने के लिए आप पूरा लेख पढ़ सकते हैं।
यह एक ऑनलाइन पोर्टल है, जिसकी शुरुआत श्री आदित्यनाथ योगी जी ने की थी। यह मुख्य रूप से गन्ना किसानों के लिए बनाया गया है।